PM-SYM is a pension scheme: भारत में असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले करोड़ों लोगों के लिए एक नई उम्मीद की किरण दिखाई दे रही है। केंद्र सरकार ने इन श्रमिकों के कल्याण और सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। यह कदम है ई-श्रम पोर्टल का लॉन्च, जो असंगठित श्रमिकों के लिए एक डिजिटल मंच प्रदान करता है।
ई-श्रम पोर्टल क्या है और यह कैसे काम करता है? यह एक ऐसा ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है जहां असंगठित क्षेत्र के मजदूर अपना पंजीकरण करा सकते हैं। इस पंजीकरण के माध्यम से उन्हें एक विशेष पहचान मिलती है, जिसे यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (यूएएन) कहा जाता है। साथ ही, उन्हें एक ई-श्रम कार्ड भी मिलता है। यह कार्ड और नंबर उनके लिए कई सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने का द्वार खोलता है।
ई-श्रम पोर्टल कब शुरू हुआ?
26 अगस्त, 2021 को श्रम एवं रोजगार मंत्रालय ने ई-श्रम पोर्टल (eshram.gov.in) की शुरुआत की। इस पोर्टल का मुख्य उद्देश्य है असंगठित श्रमिकों का एक व्यापक राष्ट्रीय डेटाबेस तैयार करना। यह डेटाबेस आधार से जुड़ा हुआ है, जिससे इसकी विश्वसनीयता सुनिश्चित होती है।
पोर्टल पर पंजीकरण की में विस्तार
ई-श्रम पोर्टल ने अपने लॉन्च के बाद से ही काफी प्रगति की है। 26 जुलाई, 2024 तक, 29.83 करोड़ से अधिक असंगठित श्रमिकों ने इस पोर्टल पर अपना पंजीकरण कराया है। यह आंकड़ा दर्शाता है कि देश के कितने बड़े हिस्से को इस पहल से लाभ मिल रहा है।
ई-श्रम पोर्टल की खासियत
1. आधार से जुड़ा पंजीकरण: पोर्टल पर पंजीकरण पूरी तरह से आधार कार्ड से जुड़ा हुआ है। यह सुनिश्चित करता है कि पंजीकरण प्रक्रिया सुरक्षित और विश्वसनीय हो।
2. स्व-घोषणा आधारित पंजीकरण: कोई भी असंगठित श्रमिक अपनी जानकारी स्वयं घोषित करके पोर्टल पर पंजीकरण कर सकता है। यह प्रक्रिया को सरल और सुलभ बनाता है।
3. प्रवासी श्रमिकों का डेटा: पोर्टल में प्रवासी श्रमिकों के पारिवारिक विवरण को भी शामिल किया गया है। यह उनकी बेहतर पहचान और सहायता सुनिश्चित करता है।
4. निर्माण श्रमिकों का डेटा साझाकरण: पोर्टल राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के साथ निर्माण श्रमिकों का डेटा साझा करता है। इससे उनका पंजीकरण संबंधित बोर्डों में आसानी से हो सकता है।
ई-श्रम पोर्टल से जुड़े अन्य लाभ
1. राष्ट्रीय करियर सेवा से जुड़ाव: ई-श्रम को राष्ट्रीय करियर सेवा (एनसीएस) पोर्टल से जोड़ा गया है। इससे श्रमिक अपने यूएएन का उपयोग करके एनसीएस पर पंजीकरण कर सकते हैं और बेहतर नौकरी के अवसर खोज सकते हैं।
2. पेंशन योजना से जुड़ाव: पोर्टल को प्रधानमंत्री श्रम योगी मान-धन (पीएम-एसवाईएम) योजना से भी जोड़ा गया है। 18-40 वर्ष की आयु के असंगठित श्रमिक इस पेंशन योजना का लाभ उठा सकते हैं।
3. कौशल विकास से जुड़ाव: ई-श्रम को स्किल इंडिया डिजिटल पोर्टल से जोड़ा गया है। यह श्रमिकों को कौशल विकास और प्रशिक्षुता के अवसर प्रदान करता है।
4. सरकारी योजनाओं की जानकारी: पोर्टल को मायस्कीम पोर्टल से भी जोड़ा गया है। इससे श्रमिक उन सरकारी योजनाओं के बारे में जान सकते हैं, जिनके लिए वे पात्र हैं।
ई-श्रम पोर्टल क्यों जरूरी है?
ई-श्रम पोर्टल असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के लिए एक गेम-चेंजर साबित हो रहा है। यह न केवल उनकी पहचान को मजबूत करता है, बल्कि उन्हें विभिन्न सरकारी योजनाओं और लाभों से जोड़ता है। इस पोर्टल के माध्यम से, सरकार असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों तक पहुंचने और उनकी मदद करने में सक्षम हो रही है।
ई-श्रम पोर्टल भारत के असंगठित श्रमिकों के लिए एक नई उम्मीद लेकर आया है। यह डिजिटल पहल न केवल श्रमिकों को पहचान प्रदान करती है, बल्कि उन्हें विभिन्न सरकारी योजनाओं और अवसरों से जोड़ती है। आने वाले समय में, यह पोर्टल असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
Q. ई-श्रम पोर्टल पर पंजीकरण कैसे किया जा सकता है?
उत्तर: पंजीकरण eshram.gov.in वेबसाइट पर जाकर या नजदीकी सामान्य सेवा केंद्र (CSC) पर किया जा सकता है।
Q. ई-श्रम कार्ड के क्या लाभ हैं?
उत्तर: ई-श्रम कार्ड धारक को 2 लाख रुपये का दुर्घटना बीमा कवर मिलता है। साथ ही, यह कार्ड विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ लेने में मदद करता है।
Q. क्या ई-श्रम पंजीकरण के लिए कोई शुल्क है?
उत्तर: नहीं, ई-श्रम पोर्टल पर पंजीकरण पूरी तरह से मुफ्त है।
Q. क्या ई-श्रम पंजीकरण के बाद नौकरी मिलना सुनिश्चित है?
उत्तर: नहीं, ई-श्रम पंजीकरण नौकरी की गारंटी नहीं देता। हालांकि, यह राष्ट्रीय करियर सेवा पोर्टल से जुड़ा है, जो नौकरी के अवसर खोजने में मदद कर सकता है।
Garib ke liye bahut kuchh kar rahe ho aap Modi ji aap hamesha aaoge